पौराणिक कथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Mythological Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations a...Read More


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  • पांडव

    पांडव महाभारत के वे पाँच प्रसिद्ध वीर योद्धा थे, जिन्हें महाराज पांडु और कुंती क...

  • वेदव्यास

    वेदव्यास अथवा 'व्यास' हिन्दुओं के प्रसिद्ध धार्मिक महाकाव्य 'महाभारत...

  • जनमेजय

    जनमेजय अर्जुन के पौत्र राजा परीक्षित के पुत्र थे। जनमेजय की पत्नी वपुष्टमा थी, ज...

इंडियन एनसिएंट स्टोरीज By A Common Researcher

A Common Researcher'sइंडियन एनसिएंट स्टोरीजइस पुस्तक में इंडिया में घटित ऐतिहासिक घटनाओं के बारे में बताया गया है। इन ऐतिहासिक घटनाओं में किसी के पास भी जादूई शक्ति नहीं थी और...

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मंजिले - भाग 11 By Neeraj Sharma

   " मैं कुछ कहना चाहता हुँ " एक पुस्तक मंजिले से संदेश तो दे ही सकता हुँ।मतलब जितनी देर हमारा पीछा करता रहेगा, हम कुछ  भी करने मे असफल होते रहेंगे। ये सच  है। पेट की भूख बहुत कुछ...

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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा - 15 By Kishanlal Sharma

औरकिसकन्ध्या लौट आये थे।यहाँ पर मधुबन में रुके और हनुमानजी ने मुक्के मारकर रक्षकों को भगा दिया और फल तोड़कर खाने लगे।रक्षकों ने सुग्रीव के पास जाकर कहा"हनुमानजी ने हमे मारकर भगा दिय...

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इको फ्रेंडली गोवर्धन By Dr Mukesh Aseemit

इको फ्रेंडली गोवर्धन   गोवर्धन पूजा का समय है, ब्रजवासी हैं, तो गोवर्धन पर्व हमारे लिए कुछ विशेष महत्व का है। मम्मी ने सुबह ही हिदायत दे दी थी कि गोवर्धन बनेगा, चाहे "सोन" का ही क्...

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राइज ऑफ ज्ञानम By A Common Researcher

ज्ञानम (प्रेरणादायक एवं स्वास्थ्य ज्ञान)उपवास करने और मन्दिर, मस्जिद, चर्च, गिरजाघर आदि में पूजा करने से भगवान आपको आर्शीवाद नहीं देते है, भगवान आपको आर्शीवाद देते हैं, आपके द्वारा...

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अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 7 By VAISHNAVI PADVI

        आगे मिसेज शर्मा कहती है!  " अभी तो आया है !  इसे थोड़ा आराम तो करने दे! आये नहीं के सिर्फ काम! "       अमन बैठते हुए कहते हैं ! "आंटी आप ना थोड़ी बदल गई हो!"               ...

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भगवान गणेश की पौराणिक कथा By pooja

एक समय जब माता पार्वती मानसरोवर में स्नान कर रही थी तब उन्होंने स्नान स्थल पर कोई आ न सके इस हेतु अपनी माया से गणेश को जन्म देकर 'बाल गणेश' को पहरा देने के लिए नियुक्त कर द...

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इंद्रप्रस्थ - 1 By Shakti

इंद्रप्रस्थ राजकुमार अर्जुन इस समय अपना धनुष हाथ में लिए सजग मुद्रा में खड़ा था। अर्जुन को सूचना मिली थी कि खांडवप्रस्थ के इस भयंकर वन में रक्षा नाग दैत्य और डाकू रहते हैं। आज अर्ज...

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रानी श्रीगणेशदेईजी By Renu

काशीवाले महाराज श्रीअनिरुद्धसिंहजी (करैया-दतिया) महान् धर्मात्मा थे। इनकी रानी का नाम विजयकुँवरि था। ये भी भगवद्भक्ता एवं पतिव्रता थीं। निरन्तर धर्माचरण-परोपकार के फलस्वरूप वि० संव...

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श्री धर्मराज By Renu

भगवान् सूर्य की पत्नी संज्ञा से आपका प्रादुर्भाव हुआ है। आप कल्पान्त तक संयमनीपुरी में रहकर जीवों को उनके कर्मानुसार शुभाशुभ फल का विधान करते रहते हैं। ये पुण्यात्मा लोगों को धर्मर...

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राजा बलि By Renu

जन्मकर्मवयोरूपविद्यैश्वर्यधनादिभिः । यद् यस्य न भवेत्स्तम्भस्तत्रायं मदनुग्रहः ॥(सुन्दर कुल में जन्म, अच्छे कर्म, युवावस्था, सुन्दर रूप, अर्थकरी विद्या, बड़ा भारी ऐश्वर्य, विपुल धन...

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भगीरथजी By Renu

इक्ष्वाकुवंशीय सम्राट् दिलीप के पुत्र ही भगीरथ नाम से विख्यात हुए। उनके पूर्वपुरुषों ने कपिल की क्रोधाग्नि से भस्मीभूत सगर पुत्रों का उद्धार करने के लिये गंगाजी को लाने की बड़ी चेष...

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महाराज सगर By Renu

इक्ष्वाकुवंश में राजा हरिश्चन्द्र नाम के चक्रवर्ती सम्राट् थे। उनके पुत्र का नाम रोहित था। रोहित से हरित का और हरित से चम्प का जन्म हुआ, जिसने चम्पापुरी बसायी। चम्प का सुदेव, सुदेव...

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भगवान्‌ के चौबीस अवतारों की कथा - 7 By Renu

जब जब होइ धरम कै हानी। बाढहिं असुर अधम अभिमानी॥ करहिं अनीति जाई नहिं बरनी। सीदहिं बिप्र धेनु सुर धरनी॥ तब तब प्रभु धरि बिबिध सरीरा। हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा॥ असुर मारि थापहिं सुरन...

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स्वायम्भुव मनु By Renu

सृष्टि के प्रारम्भ में जब ब्रह्मा ने सनकादि पुत्रों को उत्पन्न किया और वे निवृत्ति परायण हो गये तब इन्हें बड़ा क्षोभ हुआ। इस क्षोभ के कारण ब्रह्मा रजोगुण और तमोगुण से अभिभूत हो गये...

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उलूपी By Renu

उलूपी ऐरावत वंश के कौरव्य नामक नाग की कन्या थी। इस नाग कन्या का विवाह एक बाग़ से हुआ था। इसके पति को गरुड़ ने मारकर खा लिया, जिससे यह विधवा हो गयी थी।एक बार अर्जुन, जो प्रतिज्ञा भं...

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कीचक By Renu

कीचक महाभारत में विराट नरेश का साला तथा उनकी पत्नि सुदेष्णा का भाई था। वह अत्यधिक बलशाली और वीर सेनापति था, किंतु पांडु पुत्र भीम के हाथों उसका वध हुआ। कीचक क्षत्रिय पिता तथा ब्राह...

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जयद्रथ By Renu

महाभारत में जयद्रथ सिंधु प्रदेश के राजा थे। जयद्रथ का विवाह कौरवों की एकमात्र बहन दुशाला से हुआ था। जयद्रथ वृध्दक्षत्र के पुत्र थे। वृध्दक्षत्र के यहाँ जयद्रथ का जन्म देर से हुआ था...

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हिडिम्बा By Renu

हिडिम्बा महाभारत में हिडिंब नामक राक्षस की बहन थी। भीम द्वारा हिडिंब का वध कर दिये जाने के पश्चात हिडिम्बा ने एक सुन्दरी का रूप धारण कर भीम से विवाह किया। हिडिम्बा के गर्भ से ही भी...

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शिखंडी By Renu

शिखंडी महाभारत के पात्रों में से एक है। महाभारत की कथानुसार, काशीराज की तीन कन्याओं में अंबा सबसे बड़ी थी। भीष्म ने स्वयंवर में अपनी शक्ति से उन तीनों का अपहरण कर अपने छोटे भाई विच...

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शकुनि By Renu

महाभारत का मुख्य पात्र है। गांधारी का भाई है और दुर्योधन का मामा है। 'महाभारत' में शकुनि 'सुबलराज' के पुत्र, गान्धारी के भाई और कौरवों के मामा के रूप में चित्रित हु...

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पांडव By Renu

पांडव महाभारत के वे पाँच प्रसिद्ध वीर योद्धा थे, जिन्हें महाराज पांडु और कुंती के पुत्रों के रूप में जाना जाता है। महाभारत का अधिकांश घटनाक्रम पांडवों और कौरवों से ही सम्बन्धित है।...

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वेदव्यास By Renu

वेदव्यास अथवा 'व्यास' हिन्दुओं के प्रसिद्ध धार्मिक महाकाव्य 'महाभारत' के रचयिता थे। वे उन घटनाओं के भी साक्षी रहे, जो क्रमानुसार घटित होती रहीं। हस्तिनापुर राज्य मे...

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जनमेजय By Renu

जनमेजय अर्जुन के पौत्र राजा परीक्षित के पुत्र थे। जनमेजय की पत्नी वपुष्टमा थी, जो काशीराज की पुत्री थी। बड़े होने पर जब जनमेजय ने पिता परीक्षित की मृत्यु का कारण सर्पदंश जाना तो उस...

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परीक्षित By Renu

परीक्षित पांडव अर्जुन के पौत्र तथा उत्तरा के गर्भ से उत्पन्न अभिमन्यु के पुत्र थे। ये पांडुकुल के प्रसिद्ध योद्धा थे। हस्तिनापुर इनकी राजधानी थी और ये एक सार्वभौम सम्राट तथा भागवतो...

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शिशुपाल By Renu

शिशुपाल महाभारत कालीन चेदि राज्य का स्वामी था। महाभारत में चेदि जनपद के निवासियों के लिए आदिपर्व[1] में लिखा है- "चेदि जनपद के लोग धर्मशील, संतोषी ओर साधु हैं। यहाँ हास-परिहास में...

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संजय By Renu

संजय महर्षि व्यास के शिष्य तथा धृतराष्ट्र की राजसभा के सम्मानित सदस्य थे। ये विद्वान गावाल्गण नामक सूत के पुत्र और जाति से बुनकर थे। वे विनम्र और धार्मिक स्वभाव के थे और अपनी स्पष्...

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कुब्जा दासी By Renu

कुब्जा मथुरा के राजा कंस के दरबार की एक कुबड़ी दासी थी। यद्यपि वह कुबड़ी थी, लेकिन सौन्दर्य की धनी थी। वह महल में प्रतिदिन फूल, चन्दन तथा तिलक आदि ले जाने का कार्य किया करती थी। जब...

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मंदोदरी का दूसरा विवाह By bhagirath

मंदोदरी का दूसरा विवाह सभी जानते हैं कि मंदोदरी महाबली रावण की पत्नी थी। उसके तीन पुत्र थे। मेघनाद, कुंभकरण और अंत्येक ।   राम-रावण युद्ध के बाद मंदोदरी युद्ध भूमि में गई। वह अपने...

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महाभारत की रहस्यमयी कहानियां By Shailesh Chaudhari

वेदव्यास की महाभारत को बेशक मौलिक माना जाता है, लेकिन कहते हैं कि वह 3 चरणों में लिखी गई। पहले चरण में 8,800 श्लोक, दूसरे चरण में 24 हजार और तीसरे चरण में 1 लाख श्लोक लिखे गए। वेदव...

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ब्रम्हशिर - पार्ट 3 By Shailesh Chaudhari

कालः द्वापरयुग जब पितामह ब्रह्मा ने सृष्टि का निर्माण किया तब ब्रह्मा जी ने मृत्यु का प्रावधान नहीं किया था परिणाम स्वरूप सृष्टि का विस्तार होता गया क्योंकि इस संसार में जिसने जन्म...

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अम्बा-अम्बालिका-अम्बिका By Renu

अम्बा काशीराज इन्द्रद्युम्न की तीन कन्याओं में ज्येष्ठ कन्या अम्बा थी। भीष्म ने अपने दो सौतले छोटे भाईयों- विचित्रवीर्य और चित्रांगद के विवाह के लिए काशीराज की पुत्रियों का अपहरण क...

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इंडियन एनसिएंट स्टोरीज By A Common Researcher

A Common Researcher'sइंडियन एनसिएंट स्टोरीजइस पुस्तक में इंडिया में घटित ऐतिहासिक घटनाओं के बारे में बताया गया है। इन ऐतिहासिक घटनाओं में किसी के पास भी जादूई शक्ति नहीं थी और...

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   " मैं कुछ कहना चाहता हुँ " एक पुस्तक मंजिले से संदेश तो दे ही सकता हुँ।मतलब जितनी देर हमारा पीछा करता रहेगा, हम कुछ  भी करने मे असफल होते रहेंगे। ये सच  है। पेट की भूख बहुत कुछ...

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अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 7 By VAISHNAVI PADVI

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इंद्रप्रस्थ - 1 By Shakti

इंद्रप्रस्थ राजकुमार अर्जुन इस समय अपना धनुष हाथ में लिए सजग मुद्रा में खड़ा था। अर्जुन को सूचना मिली थी कि खांडवप्रस्थ के इस भयंकर वन में रक्षा नाग दैत्य और डाकू रहते हैं। आज अर्ज...

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रानी श्रीगणेशदेईजी By Renu

काशीवाले महाराज श्रीअनिरुद्धसिंहजी (करैया-दतिया) महान् धर्मात्मा थे। इनकी रानी का नाम विजयकुँवरि था। ये भी भगवद्भक्ता एवं पतिव्रता थीं। निरन्तर धर्माचरण-परोपकार के फलस्वरूप वि० संव...

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श्री धर्मराज By Renu

भगवान् सूर्य की पत्नी संज्ञा से आपका प्रादुर्भाव हुआ है। आप कल्पान्त तक संयमनीपुरी में रहकर जीवों को उनके कर्मानुसार शुभाशुभ फल का विधान करते रहते हैं। ये पुण्यात्मा लोगों को धर्मर...

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राजा बलि By Renu

जन्मकर्मवयोरूपविद्यैश्वर्यधनादिभिः । यद् यस्य न भवेत्स्तम्भस्तत्रायं मदनुग्रहः ॥(सुन्दर कुल में जन्म, अच्छे कर्म, युवावस्था, सुन्दर रूप, अर्थकरी विद्या, बड़ा भारी ऐश्वर्य, विपुल धन...

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भगीरथजी By Renu

इक्ष्वाकुवंशीय सम्राट् दिलीप के पुत्र ही भगीरथ नाम से विख्यात हुए। उनके पूर्वपुरुषों ने कपिल की क्रोधाग्नि से भस्मीभूत सगर पुत्रों का उद्धार करने के लिये गंगाजी को लाने की बड़ी चेष...

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महाराज सगर By Renu

इक्ष्वाकुवंश में राजा हरिश्चन्द्र नाम के चक्रवर्ती सम्राट् थे। उनके पुत्र का नाम रोहित था। रोहित से हरित का और हरित से चम्प का जन्म हुआ, जिसने चम्पापुरी बसायी। चम्प का सुदेव, सुदेव...

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भगवान्‌ के चौबीस अवतारों की कथा - 7 By Renu

जब जब होइ धरम कै हानी। बाढहिं असुर अधम अभिमानी॥ करहिं अनीति जाई नहिं बरनी। सीदहिं बिप्र धेनु सुर धरनी॥ तब तब प्रभु धरि बिबिध सरीरा। हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा॥ असुर मारि थापहिं सुरन...

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स्वायम्भुव मनु By Renu

सृष्टि के प्रारम्भ में जब ब्रह्मा ने सनकादि पुत्रों को उत्पन्न किया और वे निवृत्ति परायण हो गये तब इन्हें बड़ा क्षोभ हुआ। इस क्षोभ के कारण ब्रह्मा रजोगुण और तमोगुण से अभिभूत हो गये...

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उलूपी By Renu

उलूपी ऐरावत वंश के कौरव्य नामक नाग की कन्या थी। इस नाग कन्या का विवाह एक बाग़ से हुआ था। इसके पति को गरुड़ ने मारकर खा लिया, जिससे यह विधवा हो गयी थी।एक बार अर्जुन, जो प्रतिज्ञा भं...

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कीचक By Renu

कीचक महाभारत में विराट नरेश का साला तथा उनकी पत्नि सुदेष्णा का भाई था। वह अत्यधिक बलशाली और वीर सेनापति था, किंतु पांडु पुत्र भीम के हाथों उसका वध हुआ। कीचक क्षत्रिय पिता तथा ब्राह...

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जयद्रथ By Renu

महाभारत में जयद्रथ सिंधु प्रदेश के राजा थे। जयद्रथ का विवाह कौरवों की एकमात्र बहन दुशाला से हुआ था। जयद्रथ वृध्दक्षत्र के पुत्र थे। वृध्दक्षत्र के यहाँ जयद्रथ का जन्म देर से हुआ था...

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हिडिम्बा By Renu

हिडिम्बा महाभारत में हिडिंब नामक राक्षस की बहन थी। भीम द्वारा हिडिंब का वध कर दिये जाने के पश्चात हिडिम्बा ने एक सुन्दरी का रूप धारण कर भीम से विवाह किया। हिडिम्बा के गर्भ से ही भी...

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शिखंडी By Renu

शिखंडी महाभारत के पात्रों में से एक है। महाभारत की कथानुसार, काशीराज की तीन कन्याओं में अंबा सबसे बड़ी थी। भीष्म ने स्वयंवर में अपनी शक्ति से उन तीनों का अपहरण कर अपने छोटे भाई विच...

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शकुनि By Renu

महाभारत का मुख्य पात्र है। गांधारी का भाई है और दुर्योधन का मामा है। 'महाभारत' में शकुनि 'सुबलराज' के पुत्र, गान्धारी के भाई और कौरवों के मामा के रूप में चित्रित हु...

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पांडव By Renu

पांडव महाभारत के वे पाँच प्रसिद्ध वीर योद्धा थे, जिन्हें महाराज पांडु और कुंती के पुत्रों के रूप में जाना जाता है। महाभारत का अधिकांश घटनाक्रम पांडवों और कौरवों से ही सम्बन्धित है।...

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वेदव्यास By Renu

वेदव्यास अथवा 'व्यास' हिन्दुओं के प्रसिद्ध धार्मिक महाकाव्य 'महाभारत' के रचयिता थे। वे उन घटनाओं के भी साक्षी रहे, जो क्रमानुसार घटित होती रहीं। हस्तिनापुर राज्य मे...

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परीक्षित पांडव अर्जुन के पौत्र तथा उत्तरा के गर्भ से उत्पन्न अभिमन्यु के पुत्र थे। ये पांडुकुल के प्रसिद्ध योद्धा थे। हस्तिनापुर इनकी राजधानी थी और ये एक सार्वभौम सम्राट तथा भागवतो...

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शिशुपाल By Renu

शिशुपाल महाभारत कालीन चेदि राज्य का स्वामी था। महाभारत में चेदि जनपद के निवासियों के लिए आदिपर्व[1] में लिखा है- "चेदि जनपद के लोग धर्मशील, संतोषी ओर साधु हैं। यहाँ हास-परिहास में...

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संजय By Renu

संजय महर्षि व्यास के शिष्य तथा धृतराष्ट्र की राजसभा के सम्मानित सदस्य थे। ये विद्वान गावाल्गण नामक सूत के पुत्र और जाति से बुनकर थे। वे विनम्र और धार्मिक स्वभाव के थे और अपनी स्पष्...

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कुब्जा दासी By Renu

कुब्जा मथुरा के राजा कंस के दरबार की एक कुबड़ी दासी थी। यद्यपि वह कुबड़ी थी, लेकिन सौन्दर्य की धनी थी। वह महल में प्रतिदिन फूल, चन्दन तथा तिलक आदि ले जाने का कार्य किया करती थी। जब...

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मंदोदरी का दूसरा विवाह By bhagirath

मंदोदरी का दूसरा विवाह सभी जानते हैं कि मंदोदरी महाबली रावण की पत्नी थी। उसके तीन पुत्र थे। मेघनाद, कुंभकरण और अंत्येक ।   राम-रावण युद्ध के बाद मंदोदरी युद्ध भूमि में गई। वह अपने...

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महाभारत की रहस्यमयी कहानियां By Shailesh Chaudhari

वेदव्यास की महाभारत को बेशक मौलिक माना जाता है, लेकिन कहते हैं कि वह 3 चरणों में लिखी गई। पहले चरण में 8,800 श्लोक, दूसरे चरण में 24 हजार और तीसरे चरण में 1 लाख श्लोक लिखे गए। वेदव...

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ब्रम्हशिर - पार्ट 3 By Shailesh Chaudhari

कालः द्वापरयुग जब पितामह ब्रह्मा ने सृष्टि का निर्माण किया तब ब्रह्मा जी ने मृत्यु का प्रावधान नहीं किया था परिणाम स्वरूप सृष्टि का विस्तार होता गया क्योंकि इस संसार में जिसने जन्म...

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अम्बा-अम्बालिका-अम्बिका By Renu

अम्बा काशीराज इन्द्रद्युम्न की तीन कन्याओं में ज्येष्ठ कन्या अम्बा थी। भीष्म ने अपने दो सौतले छोटे भाईयों- विचित्रवीर्य और चित्रांगद के विवाह के लिए काशीराज की पुत्रियों का अपहरण क...

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